ग्रामीण अर्थ व्यवस्था (Rural Economy) के आधुनिकीकरण की नई पहल, ग्रामीण विकास मंत्रालय ने रिलायंस रिटेल से किया समझौता

 राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) ने बीते 10-12 सालों में भारत में ग्रामीण अर्थ व्यवस्था (Rural Economy in India) के आधुनिकीकरण की दिशा में  अपनी खास पहचान बनाई है। 2010 में शुरू इस योजना के तहत देश के 742 जिलों ने करीब 85 लाख स्वयं सहायता समूहों (self-help groups) के जरिये करोड़ों लोग जुड़े हैं, जो इस योजना के तहत संचालित कार्यक्रमों से अपनी आजीविका चला हैं या इस दिशा में प्रयासरत हैं।

वर्ष 2023 एनआरएलएम और उससे जुड़े लोगों के लिये काफी सुखद रहा है। इस वर्ष शुरू की गईं प्रधानमत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) और लखपति दीदी योजना (Lakhpati Didi Scheme) दो ऐसी योजनाएं हैं, उन्होंने ग्रामीण अर्थ व्यवस्था के विकास की नई उम्मीद जगाई है। और अब साल के आखिर में ग्रामीण विकास मंत्रालय (Ministry of Rural Developmentने दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएमके स्वयं सहायता समूहों (SHGके उत्पादों की बाजार तक पहुंचाने के उद्द्येश्य से रिलायंस रिटेल जिओमार्ट के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयूपर हस्ताक्षर कर बड़ी पहल की है, ताकि ग्रामीण एसएचजी कारीगरों को सशक्त बनाया जा सके।

समझौता ज्ञापन (एमओयूपर हस्ताक्षर कर ने के बाद ग्रामीण विकास मंत्रालय में अपर सचिवग्रामीण आजीविका श्री चरणजीत सिंह ने कहा कि इस समझौते से स्वयं सहायता समूहों को जिओमार्ट के ई-कॉमर्स फोल्ड पर विक्रेताओं के रूप में शामिल होने का मौका मिलेगा। इस पहल से सरस संग्रह के तहत बड़े उपभोक्ता आधार तक एसएचजी उत्पादों को उपलब्ध कराने के एमओआरडी के प्रावधान को और बढ़ावा मिलेगा। इस समझौते से एसएचजी को बड़ा बाजार मिलेगा और इसकी मौजूदगी में विस्तार होगा। इससे पूरे भारत में जिओमार्ट के ग्राहकों को अपने क्यूरेटेड उत्पाद बेचने का मौका मिलेगा। साथ ही एमओआरडी और जिओमार्ट के बीच इस साझेदारी से डीएवाई-एनआरएलएम  के एसजीएच (वैश्विक होल्डिंग) विक्रेताओं को अपने व्यवसाय को ऑनलाइन बढ़ाने में लाभ और मार्गदर्शन मिलेगा।

श्री सिंह ने यह भी कहा कि डीएवाई-एनआरएलएम और जिओमार्ट के बीच यह साझेदारी एसएचजी दीदियों की आय बढ़ाने की दिशा में मंत्रालय के प्रयासों को आगे बढ़ाएगी। यह मिशन नियमित आधार पर एसएचजी की आय बढ़ाने के लिए काम कर रहा है और यह कदम इस दिशा में हमारी पहल को बढ़ाएगा।

इस सम्बन्ध में रिलायंस रिटेल लिमिटेड में सार्वजनिक नीति और नियामक के अध्यक्ष डॉ. रवि प्रकाश गांधी ने कहा है कि एमओआरडी के साथ यह साझेदारी भविष्य में ऐसे कई उपयोगी समझौतों के लिए हमारा पहला कदम है। हम सरकार की 'मेक इन इंडिया' (Make in India) पहल पर दृढ़ता से विश्वास करते हैं। यह साझेदारी इस दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है। हमारा लक्ष्य देश में डिजिटल रिटेल इकोसिस्टम को बदलना है। इस सहयोग के माध्यम से हम लाखों एसएचजी के विकास को मजबूती और डिजिटलीकरण की सुविधा भी देना चाहते हैं। यह पहल भारत में स्थानीय कारीगरों और छोटे व्यवसायों के जीवन को बदलने और उनकी आजीविका को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

जिओमार्ट एसएचजी को मार्केटप्लेस पर अपने खाते को संचालित करने के लिए आवश्यक सेट-अप तैयार करने में भी मदद करेगा।

उन्होंने बताया कि जिओमार्ट विक्रेताओं को पोर्टल पर बिक्री संबंधी कार्य करने मे सक्षम बनाने के लिए एमओआरडी द्वारा आयोजित प्रशिक्षण और कार्यशालाओं में संयुक्त रूप से भाग लेगा। निरंतर विकास और व्यावसायिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिएजिओमार्ट एसएचजी विक्रेताओं को बाज़ार में अपना व्यवसाय बढ़ाने में मदद करने के लिए प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करेगा और जिओमार्ट प्लेटफ़ॉर्म पर विभिन्न प्रकार के मार्केटिंग प्रमोशन में भाग लेने की भी पेशकश की जाएगी।

समझौते की पृष्ठभूमि:

डीएवाई-एनआरएलएम के बारे

डीएवाई-एनआरएलएम भारत सरकार का प्रमुख गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम है और ग्रामीण गरीबों की आजीविका में सुधार के लिए दुनिया की सबसे बड़ी पहल है। यह मिशन चार मुख्य घटकों ए) सामाजिक लामबंदी और ग्रामीण गरीबों के स्व-प्रबंधित और वित्तीय रूप से टिकाऊ सामुदायिक संस्थानों को बढ़ावा देना और मजबूत करना; (बी) ग्रामीण गरीबों का वित्तीय समावेशन; (सी) टिकाऊ आजीविकाऔर (डी) सामाजिक समावेशनसामाजिक विकास और सम्मिलन में निवेश के माध्यम से अपने उद्देश्य को प्राप्त करता है।


रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) क्या है 

आरआरवीएल अपनी सहायक कंपनियों और सहयोगियों के माध्यम से किरानाउपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्सफैशन तथा जीवन शैली और फार्मा उपभोग उत्पादों में 18,040 स्टोर और डिजिटल वाणिज्य प्लेटफार्मों का एक एकीकृत ओमनी-चैनल नेटवर्क संचालित करता है और अपनी नई वाणिज्य पहल के माध्यम से 30 लाख से अधिक व्यापारियों के साथ साझेदारी की है। इसकी एफएमसीजी सहायक कंपनी रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड का लक्ष्य एक बहुमुखी ब्रांड पोर्टफोलियो के तहत उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करना है जो लाखों भारतीयों की दैनिक जरूरतों को पूरा पूरा करे। आरआरवीएल ने 31 मार्च2023 को समाप्त वर्ष के लिए 260,364 करोड़ रुपए (31.7 बिलियन) का समेकित कारोबार और  9,181 करोड़ रुपए (1.1 बिलियन) का शुद्ध लाभ दर्ज किया।

जिओ मार्ट के बारे में

जिओमार्ट रिलायंस रिटेल की ई-टेल शाखा हैजो उद्यमियों को सशक्त बनाने और उन्हें भारत के सबसे बड़े घरेलू ई-मार्केटप्लेस प्रदान करके भारत में एसएमबी समुदाय को मजबूत करने का प्रयास करता है। यह अपनी सुविधाजनक सेवाओंविविध उत्पादोंउपयोग में आसान इंटरफ़ेसतेज डिलीवरी और अद्वितीय सौदों के साथ विक्रेताओं और खरीदारों को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करना चाहता है। 20 से अधिक श्रेणियों में 20 लाख से अधिक उत्पादों और एक मजबूत आपूर्तिकर्ता आधार के साथ यह स्वदेशी ई-मार्केटप्लेस भारत में डिजिटल वाणिज्य क्षेत्र को बदलने के लिए तैयार है।

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